एक बार फिर ज़िंदगी तुझे सलाम करते है...तुझे दुनियाँ कितने भी नाम दे मगर हम तेरी कदर आज भी
करते है..गहरे दुःख दे कर भी तू फिर मुस्कुराहटें दे देती है..हज़ारो आंसू गिरा कर फिर जीने की वजह
दे देती है...साँसे मर-मर के जीने के बाद फिर साँसों की खुशबू लौटा देती है...यह कहर क्या देने वाला है
पता नहीं..पर इन साँसों को लेना अब भारी नहीं बस सुखद लगता है...उम्मीद का दामन तू फिर देती है..
हर सांस लेने के बाद तुझे शुक्रिया करते है..हर दिन ज़िंदा रखने के लिए तुझे प्रणाम भी करते है..
करते है..गहरे दुःख दे कर भी तू फिर मुस्कुराहटें दे देती है..हज़ारो आंसू गिरा कर फिर जीने की वजह
दे देती है...साँसे मर-मर के जीने के बाद फिर साँसों की खुशबू लौटा देती है...यह कहर क्या देने वाला है
पता नहीं..पर इन साँसों को लेना अब भारी नहीं बस सुखद लगता है...उम्मीद का दामन तू फिर देती है..
हर सांस लेने के बाद तुझे शुक्रिया करते है..हर दिन ज़िंदा रखने के लिए तुझे प्रणाम भी करते है..