दुआ के हाथ फिर उठे इस जहाँ के लिए....
कही दर्द ना हो किसी के लिए....
ख़ुशी झलके हर आंगन के लिए....
कोई भूखा ना रहे इस नीले अम्बर तले....
तेरी रहमतें हो सभी के लिए....
कही दर्द ना हो किसी के लिए....
ख़ुशी झलके हर आंगन के लिए....
कोई भूखा ना रहे इस नीले अम्बर तले....
तेरी रहमतें हो सभी के लिए....