तुझे सिलसिलेवार वार लिखे या सीधा तेरी आशनाई के किस्से लिख दे...तुझे दीवाना कह दे या कोरे
कागज़ पे सिर्फ बेवफा लिख दे...बहुत सुना तेरे बारे मे,लोग क्या कह रहे है तेरे बारे मे..यह आशिक
मिज़ाज़ी तेरी और ऊपर से गज़ब ऐसा,सब को कहना तू है सारी उम्र मेरी..सातो जन्म मेरी..बेवफाई
करते है लोग,ऐसा सुना था हम ने..गज़ब भी ढाते है लोग,यह भी पढ़ा था हम ने..पर कोई हर किसी को
मांग ले जन्मों के लिए,ऐसा तो हम ने सुना तेरे लिए,तेरे ही यारों से हम ने...अब सरल होने का धोखा हम
को ना देना..रहते है सितारों की सरजमीं पे,कोई मामूली हस्ती ना समझ लेना...
कागज़ पे सिर्फ बेवफा लिख दे...बहुत सुना तेरे बारे मे,लोग क्या कह रहे है तेरे बारे मे..यह आशिक
मिज़ाज़ी तेरी और ऊपर से गज़ब ऐसा,सब को कहना तू है सारी उम्र मेरी..सातो जन्म मेरी..बेवफाई
करते है लोग,ऐसा सुना था हम ने..गज़ब भी ढाते है लोग,यह भी पढ़ा था हम ने..पर कोई हर किसी को
मांग ले जन्मों के लिए,ऐसा तो हम ने सुना तेरे लिए,तेरे ही यारों से हम ने...अब सरल होने का धोखा हम
को ना देना..रहते है सितारों की सरजमीं पे,कोई मामूली हस्ती ना समझ लेना...