सुनो, जरा मेरी पायल की रुनझुन...क्या कहती है यह पायल की रुनझुन..देर रात तक बजती क्यों रहती
है यह पायल...आप कहते है,यह पायल की रुनझुन आप को बहुत प्यारी है...इस के बजने से आप को
याद हमारी आती है...लौट आइए,पायल उदास है बिन आप के...करीब आ जाइए,यह ज़िंदगी उदास है
बिन आप के...यह रुनझुन बजती रहे गी तब तल्क,जब तक आप यह ना कह दे..जाना...बस कीजिए..
हम तो है सिर्फ आप के...
है यह पायल...आप कहते है,यह पायल की रुनझुन आप को बहुत प्यारी है...इस के बजने से आप को
याद हमारी आती है...लौट आइए,पायल उदास है बिन आप के...करीब आ जाइए,यह ज़िंदगी उदास है
बिन आप के...यह रुनझुन बजती रहे गी तब तल्क,जब तक आप यह ना कह दे..जाना...बस कीजिए..
हम तो है सिर्फ आप के...