उस नूर का क्या कहना,जो तेरे चेहरे पे बिखरा है ---- उस अदा को क्या नाम दू,जिस ने मेरे दिल का चैन
लूटा है----उन हसीं वादियों को क्या कह कर पुकारू,जिस मे तेरे जिस्म का वज़ूद महकता है----नैनो की
भाषा कैसे पढ़ पाऊ,देख कर मुझे तेरी पलकों ने इन का शामियाना जो झुकाया है----दिल की धडकने
सुनने की ताकत तो है मुझे मे,पर मेरे दिल ने बरसो हुए तेरे ही दिल को तुझ से चुराया है----
लूटा है----उन हसीं वादियों को क्या कह कर पुकारू,जिस मे तेरे जिस्म का वज़ूद महकता है----नैनो की
भाषा कैसे पढ़ पाऊ,देख कर मुझे तेरी पलकों ने इन का शामियाना जो झुकाया है----दिल की धडकने
सुनने की ताकत तो है मुझे मे,पर मेरे दिल ने बरसो हुए तेरे ही दिल को तुझ से चुराया है----