हर तरफ मौत का खौफ पर ज़िंदगी से जंग रोज़ जारी है...कोई चला गया तो किसी की बारी आने वाली
है..कोई डर रहा है आने वाली मौत से तो कोई खुद को संभालने मे जुटा है..सच्चाई ज़िंदगी की सामने
है और इंसान के हाथ खाली है...सिखा रही है कोई ताकत सही कदम,हर कदम रखने के लिए..जाना
है सभी को तो फिर जीने से समझौता कैसे..साँसे तो किसी रोज़ बिन बताए निकल जाए गी..जीना है
पता नहीं कब तल्क़,मगर बिंदास जीना है..क्यों करे तौहीन इस ज़िंदगी की,क्या पता कौन सा करिश्मा
अभी और होना है..
है..कोई डर रहा है आने वाली मौत से तो कोई खुद को संभालने मे जुटा है..सच्चाई ज़िंदगी की सामने
है और इंसान के हाथ खाली है...सिखा रही है कोई ताकत सही कदम,हर कदम रखने के लिए..जाना
है सभी को तो फिर जीने से समझौता कैसे..साँसे तो किसी रोज़ बिन बताए निकल जाए गी..जीना है
पता नहीं कब तल्क़,मगर बिंदास जीना है..क्यों करे तौहीन इस ज़िंदगी की,क्या पता कौन सा करिश्मा
अभी और होना है..