जज़्बा है, साथ मे गर ज़िद्द भी है..तो हर नामुमकिन मुमकिन हो जाए गा..उस के पास मुझ से जयदा है,यह
भूल जा,अपनी झोली मे भी तो कुछ खास है..जो तुझे मिला वो कितनों के पास है...देख,सुबह की तमाम
नियामतें और आस-पास भी देख...तुझ से जयदा क्या किसी और के पास ऐसा है..समझ गर यह सभी को
आ जाए तो दुनियाँ बेहद बेहद खूबसूरत है..नहीं तो जलन की होड़ मे,जो पास है तो भी तुझ से बहुत दूर
है...
भूल जा,अपनी झोली मे भी तो कुछ खास है..जो तुझे मिला वो कितनों के पास है...देख,सुबह की तमाम
नियामतें और आस-पास भी देख...तुझ से जयदा क्या किसी और के पास ऐसा है..समझ गर यह सभी को
आ जाए तो दुनियाँ बेहद बेहद खूबसूरत है..नहीं तो जलन की होड़ मे,जो पास है तो भी तुझ से बहुत दूर
है...