Wednesday 1 April 2020

चुन रहे है हर आती-जाती सांस के साथ..वो हर ख़ुशी,जो हमारे साथ रही..वो हर लम्हा जो हम को

जीवन देता रहा..इन साँसों का क्या,यह दग़ा कभी भी दे जाया करती है..पर वो खुशनुमा पल बेशक

कभी भी ना लौटे,मगर दिल को बहुत सकून दे जाया करते है..मुस्कुरा के जीना है,यह जीवन कब बार

बार मिलने वाला है..दर्द की चादर को समेटे है दिल मे ही,इस को भी दुबारा ना आने देना है..चार साँसे

हो अब या दो साँसे हो अब..बिंदास बेफिक्र ही अब जीना है...

दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का.... .....

 दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का,हम ने अपने लबो को सिल लिया...कुछ कहते नहीं अब इस ज़माने  से कि इन से कहने को अब बाकी रह क्या गया...नज़रे चु...