चुन रहे है हर आती-जाती सांस के साथ..वो हर ख़ुशी,जो हमारे साथ रही..वो हर लम्हा जो हम को
जीवन देता रहा..इन साँसों का क्या,यह दग़ा कभी भी दे जाया करती है..पर वो खुशनुमा पल बेशक
कभी भी ना लौटे,मगर दिल को बहुत सकून दे जाया करते है..मुस्कुरा के जीना है,यह जीवन कब बार
बार मिलने वाला है..दर्द की चादर को समेटे है दिल मे ही,इस को भी दुबारा ना आने देना है..चार साँसे
हो अब या दो साँसे हो अब..बिंदास बेफिक्र ही अब जीना है...
जीवन देता रहा..इन साँसों का क्या,यह दग़ा कभी भी दे जाया करती है..पर वो खुशनुमा पल बेशक
कभी भी ना लौटे,मगर दिल को बहुत सकून दे जाया करते है..मुस्कुरा के जीना है,यह जीवन कब बार
बार मिलने वाला है..दर्द की चादर को समेटे है दिल मे ही,इस को भी दुबारा ना आने देना है..चार साँसे
हो अब या दो साँसे हो अब..बिंदास बेफिक्र ही अब जीना है...