Friday 24 April 2020

यादों का झरोखा और आप...कुछ खुशनुमा बाते और आप...दिल को छूने की कला और आप..कभी

दिल तोड़ने की सज़ा और आप..पल मे तोला और पल मे माशा,यही तो है आप...नाक के नोक पे हर

वक़्त गुस्सा रहना और महीनों बात ना करना...तक़रीर हमारी एक ना सुनना..वाह क्या गज़ब मुहब्बत

है...इस से तो नफरत भली जो दिखाई तो देती है..मगर यह गुस्सा असली है या फिर नकली,इस बात

की ही तो दुहाई है...

दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का.... .....

 दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का,हम ने अपने लबो को सिल लिया...कुछ कहते नहीं अब इस ज़माने  से कि इन से कहने को अब बाकी रह क्या गया...नज़रे चु...