सितारों से भरपूर है आज आसमाँ सारा..सितारा इन मे हमारा कोई भी नहीं..बैठे है शाम से इसी आंगन
मे,किसी इंतज़ार को साथ लिए...हर सितारे की अपनी एक कहानी है..कुछ रूमानी है तो कुछ परेशां
करने वाली है..अश्क बहाने का मन होता तो दास्तां इन की सुन लेते..हम ने चुपके से पुकारा चाँद को..
पुकार सुनते ही वो करीब हमारे आया...सिर्फ चाँद ही तो है जो कहां हमारा मान लेता है..हम जो रो दे
तो संग हमारे रो देता है..भरे है आज हम खुमारी मे,आंसू अपने आज छुपा दिए सितारों के भरे आंगन मे..
मे,किसी इंतज़ार को साथ लिए...हर सितारे की अपनी एक कहानी है..कुछ रूमानी है तो कुछ परेशां
करने वाली है..अश्क बहाने का मन होता तो दास्तां इन की सुन लेते..हम ने चुपके से पुकारा चाँद को..
पुकार सुनते ही वो करीब हमारे आया...सिर्फ चाँद ही तो है जो कहां हमारा मान लेता है..हम जो रो दे
तो संग हमारे रो देता है..भरे है आज हम खुमारी मे,आंसू अपने आज छुपा दिए सितारों के भरे आंगन मे..