जहाॅ धोखा मिला अपनो से,फरेब दिखा लाखो मे..ना सोचा ना जाना,बस खुदा का
दामन थाम लिया..दौलत के तराजू मे,रूतबे के हिसाबो मे,जब तोले जाते है रिशते..तो
अकसर इनसानो का चेहऱा देखना भूल जाते है लोग..यह दुनियाॅ है उन इनसानो की..
जहाॅ कागज के टुकडो मे बिक जाते है लोग..खुदा से बाते करते है तो कहते है..तेरी
दुनियाॅ मे इनसाॅ तो बहुत है..पर तेरी सचचाई कितनो मे है..............
दामन थाम लिया..दौलत के तराजू मे,रूतबे के हिसाबो मे,जब तोले जाते है रिशते..तो
अकसर इनसानो का चेहऱा देखना भूल जाते है लोग..यह दुनियाॅ है उन इनसानो की..
जहाॅ कागज के टुकडो मे बिक जाते है लोग..खुदा से बाते करते है तो कहते है..तेरी
दुनियाॅ मे इनसाॅ तो बहुत है..पर तेरी सचचाई कितनो मे है..............