किसी को मौत देख वो परेशान हो गया...ज़िंदगी कैसी सी है यह सोच कर हैरान परेशान हो गया...
कोई यू ही क्यों चला जाता है,यह बोल कर वो ग़मगीन हो गया...''मौत तो जीवन का शाश्वत सत्य है...
जो आया है उस को तो किसी दिन जाना होगा''...लोग जीते जी इस देह को प्यार नहीं करते...पैसा और
पत्थर को पाने के लिए ज़िंदगी सारी यू ही गुजार दिया करते है..लड़ते है इक दूजे से और अपनी जान
खतरे मे डाल लिया करते है..वक़्त से पहले और तक़दीर से जयदा किसी को कुछ नहीं मिलता...फिर
भी ताउम्र इस को पाने के लिए बेक़रार रहा करते है...सकून से जीना है तो जो है जितना है उसी मे
जी ले...इस शरीर की कीमत को समझ,बाकी के लिए उस ईश्वर पे छोड़ दे...