Saturday 5 September 2020

 वो कहते है आसमां तो सारा हमारा  ही है..धरा के हो तुम इसलिए कभी-कभी आना हो जाता है ...


इतना गरूर आसमां पे रहने का...हम ने सहजता से कहा,मुबारक हो आप को आप का आसमां...


मत आया कीजिए हम से मिलने..आसमां की परियां होगी आप की,शायद बहुत खास भी होगी..


हम ने धरा को पूजा है माँ की तरह,बेशक आसमां खवाब और इंतज़ार हमारा भी है...तुम ने छोड़ 


दिया धरा को आसमां पाने के लिए...पर हम धरा माँ की इज़ाज़त के बिना आसमां को छुए गे भी नहीं..

दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का.... .....

 दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का,हम ने अपने लबो को सिल लिया...कुछ कहते नहीं अब इस ज़माने  से कि इन से कहने को अब बाकी रह क्या गया...नज़रे चु...