दिल जो धड़का हमारा तो आसमां मे इक सितारा और चमक गया...हम हुए खुश कि किसी और की
ज़िंदगी को नया रास्ता मिल गया...क्या यह धड़कनें इतनी बेशकीमती होती है..किसी के जीवन मे
उजाला भर दे,ऐसे भी क्या धड़का करती है...हां,होती है.होती है..पाकीजगी से धड़के तो सिंहासन
तो उस भगवान् का भी हिला देती है..हम भी तो उसी के आदेश से चलते है...हज़ारो जीवन मे गर
सितारें भर दे तो खुद पे भी कभी कभी कुर्बान हो जाया करते है...