Monday 24 August 2020

 सरगोशियां....जो प्रेम को प्रेम से लिख दे..

सरगोशियां....जो मुहब्बत का दावा कर दे...

सरगोशियां...प्यार को जो सुरों मे ढाल दे...

सरगोशियां...जो ज़िंदगी की हकीकत बेबाक लिख दे..

सरगोशियां...जो रिश्तों का सच भी लिख दे...

सरगोशियां...जो रिश्तों का दर्द बयां कर दे...

सरगोशियां...रिश्तों की कड़वाहट भी लिख दे....

सरगोशियां....जो कभी खुल के रो दे...

सरगोशियां...जो बेवजह भी मुस्कुरा दे...

सरगोशियां.....जो खिलखिला दे बेहद मासूमियत से....

सरगोशियां....जो फकीरी पे खुल के लिख दे....

सरगोशियां....जो दौलत की बुलंदियों को छू ले...

सरगोशियां....जो कभी अल्हड़ बाला बन जाए....

सरगोशियां....जो राधा के परिशुद्ध प्रेम से संवर जाए...

सरगोशियां...जो कृष्णा को उलाहना भी दे दे....

सरगोशियां....जो अनंत प्रेम को साबित कर दे....

सरगोशियां...जो दुआ को गहरे सागर मे भिगो दे....

सरगोशियां...हज़ारो ज़ख्मो को अपने शब्दों से भर दे..

सरगोशियां......कितने ही ऐसे जज़्बात पन्नो पे लिख दे...

सरगोशियां....जो हर किसी को अपनी सी लगे...प्रेम की छत के तले सारे जज़्बात यू ही लिख दे...इस को लिखने वाली यह शायरा आप सभी को इतना कहे,प्रेम की भाषा मनमोहक है...इस को आप सभी पढ़े...

दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का.... .....

 दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का,हम ने अपने लबो को सिल लिया...कुछ कहते नहीं अब इस ज़माने  से कि इन से कहने को अब बाकी रह क्या गया...नज़रे चु...