तेरे साथ है,तुझ से आगे नहीं..कदम हर अपना तेरे पीछे रखे गे,तेरी बेहतरी के लिए..तुझे सहारा नहीं
दे गे मगर,साथ चले गे तेरी बढ़ोतरी के लिए...कोई गरज़ नहीं तुझ से,बस तरक्की के रास्ते तेरे खुलते
रहे... यू ही महकाते रहे गे तेरा जीवन,तेरी ख़ुशी के लिए..दुनिया सदा झुकती रही हमारे कदमो मे,पर
हम सब के एहसानमंद रहे यह सोच के..कुदरत ने बनाया जिस मिट्टी से हमें,वो काम तो आई किसी
जरूरतमंद के लिए...
दे गे मगर,साथ चले गे तेरी बढ़ोतरी के लिए...कोई गरज़ नहीं तुझ से,बस तरक्की के रास्ते तेरे खुलते
रहे... यू ही महकाते रहे गे तेरा जीवन,तेरी ख़ुशी के लिए..दुनिया सदा झुकती रही हमारे कदमो मे,पर
हम सब के एहसानमंद रहे यह सोच के..कुदरत ने बनाया जिस मिट्टी से हमें,वो काम तो आई किसी
जरूरतमंद के लिए...