लगता है आज बहुत गहरा तूफ़ान आने को है..बादलों के शोर मे कोई जर्रा मिट जाने को है..बिजली की
कड़कती आवाज़ से कोई बेहद डरने वाला है..बेखौफ जो रहता था सदा,आज वो थर थर क्यों कांपने
वाला है..बहुत ही मजबूत है इमारत की नींव,मगर यह जो घर है वो तो आज भरभरा कर सच मे
गिरने वाला है...
कड़कती आवाज़ से कोई बेहद डरने वाला है..बेखौफ जो रहता था सदा,आज वो थर थर क्यों कांपने
वाला है..बहुत ही मजबूत है इमारत की नींव,मगर यह जो घर है वो तो आज भरभरा कर सच मे
गिरने वाला है...