सितारों की दुनिया से परे, इक दुनियां हकीकत की भी होती है..जहा मिलते है,दिखते है असली
चेहरे..दौलत के तले अरमां भी बिका करते है..ऐशो-आराम को देख कर अक्सर रिश्ते यू ही बन
जाया करते है..दौलत ख़त्म तो रिश्ते भी मिट जाया करते है..सीरत और सूरत की जंग मे,जीत
हमेशा दौलत के ढेरो की होती है..गाड़ी,बंगलो से शुरू हुई मुहब्बत,गर आ जाए रिक्शा-साइकिल पे
तो सारी मुहब्बत हवा हो जाती है...
चेहरे..दौलत के तले अरमां भी बिका करते है..ऐशो-आराम को देख कर अक्सर रिश्ते यू ही बन
जाया करते है..दौलत ख़त्म तो रिश्ते भी मिट जाया करते है..सीरत और सूरत की जंग मे,जीत
हमेशा दौलत के ढेरो की होती है..गाड़ी,बंगलो से शुरू हुई मुहब्बत,गर आ जाए रिक्शा-साइकिल पे
तो सारी मुहब्बत हवा हो जाती है...