तू है नायाब सितारा आसमां का..मैं हू जर्रा छोटा सा इस धरती का..तेरे आसमां मे संग तेरे है,सारे
सितारे..मैं हू धरती पे खड़ा इक आवारा सा जर्रा...कहां छू पाउ गा तेरा दामन,भटक रहा सदियों से
मैं अकेला बेचारा..धरती आसमां कहां मिल सकते है..लाख कोशिश करे,नाकामयाब ही रहते है..जर्रा
तो आखिर जर्रा है,तेज़ हवाओ से बिखर जाए गा..मगर लुप्त होने से पहले,इक नज़र अपने आसमां को
देखना जरूर चाहे गा..
सितारे..मैं हू धरती पे खड़ा इक आवारा सा जर्रा...कहां छू पाउ गा तेरा दामन,भटक रहा सदियों से
मैं अकेला बेचारा..धरती आसमां कहां मिल सकते है..लाख कोशिश करे,नाकामयाब ही रहते है..जर्रा
तो आखिर जर्रा है,तेज़ हवाओ से बिखर जाए गा..मगर लुप्त होने से पहले,इक नज़र अपने आसमां को
देखना जरूर चाहे गा..