Sunday 7 July 2019

निकल आए है बाहर इस जानलेवा मौसम मे,देखने बगीचा फूलो का...हौले हौले,मद्धम मद्धम चाल से

निहार रहे है इन फूलो को...कुछ दिन पहले देखा था इक ऐसा फूल,जिस को अपनी पूजा के लिए चुन

लिया था हम ने...आज पूजा की थाली मे रखने के लिए,उसी फूल को लेने आए  है...कहां होगा यह

सोच कर परेशां है...दुपट्टा उलझ गया इक डाली से,देखा वही फूल था हमारी पूजा की थाली मे...

दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का.... .....

 दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का,हम ने अपने लबो को सिल लिया...कुछ कहते नहीं अब इस ज़माने  से कि इन से कहने को अब बाकी रह क्या गया...नज़रे चु...