Saturday 20 July 2019

दर्द की पराकाष्ठा को दर्शाती..मेरी यह शायरी,कितना आप सब के दिलो को छू लेती है...नहीं जानती..यह शायरा आप सभी का आभार,अभिनन्दन और शुक्रिया अदा करती है..और आप सभी की प्रतिक्रिया की प्रतीक्षा करती है...शुक्रिया दोस्तों...

दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का.... .....

 दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का,हम ने अपने लबो को सिल लिया...कुछ कहते नहीं अब इस ज़माने  से कि इन से कहने को अब बाकी रह क्या गया...नज़रे चु...