हम हज़ारो लाखो मे एक अकेले है..यह बोल कर उस ने हमें लाज से भिगो दिया..कभी तो खुद के
सरूर पे गरूर कीजिए,यह लफ्ज़ कह कर हम को सातवें आसमां पे बिठा दिया..दुनियां घूम आए
है,लाखो चेहरों से मुलाकात कर पाए है..मगर जो बात तुझ मे है,वो कही ना ढूंढ पाए है..लाज-शर्म से
इतना ही बोल पाए है..आप की इबादत करते है हम..गरूर किस बात का करे कि गरूर की दुनियां से
दूर आ चुके है हम..चुना आप ने हमे लाखो मे,शुक्रिया के सिवा और क्या कहे गे हम...
सरूर पे गरूर कीजिए,यह लफ्ज़ कह कर हम को सातवें आसमां पे बिठा दिया..दुनियां घूम आए
है,लाखो चेहरों से मुलाकात कर पाए है..मगर जो बात तुझ मे है,वो कही ना ढूंढ पाए है..लाज-शर्म से
इतना ही बोल पाए है..आप की इबादत करते है हम..गरूर किस बात का करे कि गरूर की दुनियां से
दूर आ चुके है हम..चुना आप ने हमे लाखो मे,शुक्रिया के सिवा और क्या कहे गे हम...