यह वक़्त कह रहा है मुझ से संभल जा आगे मौत का खौफ है..हम खिलखिला कर जोरों से हंस दिए..
मौत से अब खौफ कैसा..यह इतनी बुरी नहीं होगी जितने इस संसार के लोग है..जो दिखते है खूबसूरत
मगर दिल के बहुत बदसूरत है..बातें करते है इतनी प्यारी,कोई भी इस ज़िंदगी से प्यार कर बैठे..मौत आ
जा तुझे प्यार करने लगे है हद से जयदा..मगर जब तक तू नहीं आती,हम दिलेरी से बिंदास जिए गे..सांसो
को बेहद तहजीब से जिए गे,सब के लिए वैसे ही जिए गे जैसे जीते आए है..तू जब भी आए गी,तुझे हँसते
हुए ही मिल के गले लगाए गे ....
मौत से अब खौफ कैसा..यह इतनी बुरी नहीं होगी जितने इस संसार के लोग है..जो दिखते है खूबसूरत
मगर दिल के बहुत बदसूरत है..बातें करते है इतनी प्यारी,कोई भी इस ज़िंदगी से प्यार कर बैठे..मौत आ
जा तुझे प्यार करने लगे है हद से जयदा..मगर जब तक तू नहीं आती,हम दिलेरी से बिंदास जिए गे..सांसो
को बेहद तहजीब से जिए गे,सब के लिए वैसे ही जिए गे जैसे जीते आए है..तू जब भी आए गी,तुझे हँसते
हुए ही मिल के गले लगाए गे ....