खुशबू से भरा यह कैसा हवा का झौंका था..जो आया भी और महका कर हम को चला भी गया..खशबू
से भरे खुद को आईने मे निहारते ही रहे..नूर देख अपने चेहरे का उसी हवा के झौंके का फिर इंतजार
करने लगे..वादियों मे कभी कभी ऐसी महकती हवा नसीब वालो का दामन महकाया करती है..रात के
ढलने से पहले बहुत कुछ समझा जाया करती है..समेटे बैठे है खुद मे इस रंगीन हवा के झौंके को,क्या
पता कुदरत फिर कब नवाजे गी हमें इस खुशबू भरे हवा के झौंके से...
से भरे खुद को आईने मे निहारते ही रहे..नूर देख अपने चेहरे का उसी हवा के झौंके का फिर इंतजार
करने लगे..वादियों मे कभी कभी ऐसी महकती हवा नसीब वालो का दामन महकाया करती है..रात के
ढलने से पहले बहुत कुछ समझा जाया करती है..समेटे बैठे है खुद मे इस रंगीन हवा के झौंके को,क्या
पता कुदरत फिर कब नवाजे गी हमें इस खुशबू भरे हवा के झौंके से...