Monday 9 March 2020

मुहब्बत की कहानी कितनी बेजुबानी है..यहाँ कौन किस से पाक-साफ़ मुहब्बत करता है..मुहब्बत

तो तुझ से है मगर अपने साथ कितने औरों को ले कर चलता है..यक़ी इस को भी दिला दिया,यकीं

औरों को भी दिला दिया..और खुद ही खुद की तारीफ मे,अकेले मुस्कुरा दिया..वो क्या जाने,इस बीच

कोई ऐसा भी रहा जो सच्ची मुहब्बत से उस से जुड़ गया..यह रास्ते मुहब्बत के कौन से है,कोई लुट

गया तो कोई किसी के जज्बात लूट कर ले गया...

दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का.... .....

 दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का,हम ने अपने लबो को सिल लिया...कुछ कहते नहीं अब इस ज़माने  से कि इन से कहने को अब बाकी रह क्या गया...नज़रे चु...