पायल का यह शोर उधम मचा रहा है क्यों..करधनी कह रही है,जाने दो मुझे दूर..यह कंगना अब मेरे
पास नहीं रहते..कानों की यह बालियां मान रही है हार...दिल की धड़कनो ने कहा,मुझे तो किसी पे
नहीं रहा ऐतबार...जब साथ मेरे मेरी धड़कने ही नहीं तो कैसे कहू,किस किस के जाने से हू परेशान..
यह सब किस काम के है,जब यह सब मेरे नहीं है..बता ना यारा,जब यह बंदगी तेरी करते है तो मेरे
नाम के क्यों कहलाते है..
पास नहीं रहते..कानों की यह बालियां मान रही है हार...दिल की धड़कनो ने कहा,मुझे तो किसी पे
नहीं रहा ऐतबार...जब साथ मेरे मेरी धड़कने ही नहीं तो कैसे कहू,किस किस के जाने से हू परेशान..
यह सब किस काम के है,जब यह सब मेरे नहीं है..बता ना यारा,जब यह बंदगी तेरी करते है तो मेरे
नाम के क्यों कहलाते है..