Friday 24 January 2020

कुछ पूछे तो चुप है आप..किसी सवाल का जवाब क्यों नहीं आप के पास..सवाल के जवाब मे खुद इक

सवाल बन जाना,यह कौन सी अदा है जनाब..कभी कुछ पूछने पे हंस कर बात टाल देना या फिर खास

अदा से हमारी तारीफ कर के,हम को बातो मे उलझा देना..मगर भूले से भी हमारी पूछी किसी बात का

कोई सीधा जवाब कभी न देना..कब तक..हां हां..कब तक ऐसे साथ हमारे चल पाए गे..वक़्त तो ऐसा

भी बहुत जल्द आए गा,पूछते रहे गे आप बहुत कुछ मगर हम खामोश हद से जयदा हो जाए गे ..

दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का.... .....

 दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का,हम ने अपने लबो को सिल लिया...कुछ कहते नहीं अब इस ज़माने  से कि इन से कहने को अब बाकी रह क्या गया...नज़रे चु...