सज़दा करे गे ताउम्र तेरा खुदा मान कर..मगर गलत बात पे झुक जाए,ऐसा नहीं करे गे..कि खुदा कभी
दर्द देता नहीं अपने बन्दों को..हम बेवफा हो जाए,ऐसा होगा नहीं..तू बेवफा हो जाए,दूर हमेशा के लिए
हो जाए गे तभी..ताल-मेल है महीन धागो का,जो धागा बाँधा उस के दरबार मे,वो कितना पाक है..बस
ख्याल रखना इसी धागे का..उसी खुदा के है सब से पहले..सज़दा तेरा करना भी उसी से सीखा है..वफ़ा
है तो प्यार है वरना प्यार सड़क पे पड़ा इक किरदार है..
दर्द देता नहीं अपने बन्दों को..हम बेवफा हो जाए,ऐसा होगा नहीं..तू बेवफा हो जाए,दूर हमेशा के लिए
हो जाए गे तभी..ताल-मेल है महीन धागो का,जो धागा बाँधा उस के दरबार मे,वो कितना पाक है..बस
ख्याल रखना इसी धागे का..उसी खुदा के है सब से पहले..सज़दा तेरा करना भी उसी से सीखा है..वफ़ा
है तो प्यार है वरना प्यार सड़क पे पड़ा इक किरदार है..