तू मेरे सिवा किसी और को चाहे,वो भी मुझ से जयदा..क़यामत आ जाए गी...मेरा प्यार किसी और पे
लुटा दे,यह तो मेरी बर्दाशत से बाहर होगा..एक एक लम्हा जोड़ कर हम ने,यह नन्हा सा जहां बसाया है..
हर तिनका चुन चुन के संभाला है..तेरी तीर सी चुभती बातो ने मुझे मेरे दिल को,कितनी रातो तड़पाया
है..कोई जवाब है तेरे पास मेरी तमाम गिलो का..पर मेरे पास हिसाब है तेरे हर कसूर का...
लुटा दे,यह तो मेरी बर्दाशत से बाहर होगा..एक एक लम्हा जोड़ कर हम ने,यह नन्हा सा जहां बसाया है..
हर तिनका चुन चुन के संभाला है..तेरी तीर सी चुभती बातो ने मुझे मेरे दिल को,कितनी रातो तड़पाया
है..कोई जवाब है तेरे पास मेरी तमाम गिलो का..पर मेरे पास हिसाब है तेरे हर कसूर का...