''सितारों से परे भी क्या कोई दुनियां होती होगी'' सुन के इसे हम जो हंसे तो रुक नहीं पाए..देख कर
हमारी हंसी बोले वो,सितारों का तो पता नहीं..पर मेरी दुनियां को सजाने तुम इक सितारा बन कर,
कैसे कब क्यों चले आए..हम ने उन को इक गहरा राज़ बताया..सुनो जानम,जो छोड़ आए थे तुम
हम को पिछले दौर मे,अधूरा जो रह गया साथ पुराने दौर मे..शिरकत तभी तो की है हम ने ज़िंदगी मे
तेरी,खुदा ने खाया तरस और पूरी की मन्नत तेरी-मेरी..
हमारी हंसी बोले वो,सितारों का तो पता नहीं..पर मेरी दुनियां को सजाने तुम इक सितारा बन कर,
कैसे कब क्यों चले आए..हम ने उन को इक गहरा राज़ बताया..सुनो जानम,जो छोड़ आए थे तुम
हम को पिछले दौर मे,अधूरा जो रह गया साथ पुराने दौर मे..शिरकत तभी तो की है हम ने ज़िंदगी मे
तेरी,खुदा ने खाया तरस और पूरी की मन्नत तेरी-मेरी..