राहें पथरीली हो या घने बादल बरसते रहे..तुम साथ रहो गे तो डर किस बात का,जब साथ तमाम
सितारे हमारे हमसफ़र हमनवां बने...धूप-छाँव होगी कभी..कभी तू उलझे गा मुझ से बिन बात ही
सही..रूठूँ गी जब कभी,बस जल्दी से मना लेना तू मुझ को कभी..वादा ना करे गे कोई इक दूजे से
कभी...ज़िंदगी बस हंसती रहे हम दोनों पे यूं ही..साथ चले है सदियों तक के लिए,बिछुड़ जाए भले
फिर से जन्म लेने के लिए कभी...
सितारे हमारे हमसफ़र हमनवां बने...धूप-छाँव होगी कभी..कभी तू उलझे गा मुझ से बिन बात ही
सही..रूठूँ गी जब कभी,बस जल्दी से मना लेना तू मुझ को कभी..वादा ना करे गे कोई इक दूजे से
कभी...ज़िंदगी बस हंसती रहे हम दोनों पे यूं ही..साथ चले है सदियों तक के लिए,बिछुड़ जाए भले
फिर से जन्म लेने के लिए कभी...