प्यार की भूलभलैया मे गुम होंगे मगर खफा तो फिर भी है..जितनी ख़ताये की है तुम ने,सजा के
हक़दार तो फिर भी हो..सहज सरल होना कुदरत का तोहफा है,आत्म-सम्मान से जीना अलग कहानी
है..आसमां से तारे ले आओ,इस को वाज़िब नहीं मानते..तोहफों से लाद दो हम को यह भी नहीं कहते..
प्यार की इबादत मे रंग जाओ हमारी तरह..यू ही हम राधा-कृष्णा की गाथा नहीं लिखते..
हक़दार तो फिर भी हो..सहज सरल होना कुदरत का तोहफा है,आत्म-सम्मान से जीना अलग कहानी
है..आसमां से तारे ले आओ,इस को वाज़िब नहीं मानते..तोहफों से लाद दो हम को यह भी नहीं कहते..
प्यार की इबादत मे रंग जाओ हमारी तरह..यू ही हम राधा-कृष्णा की गाथा नहीं लिखते..