बसे हो जब रूह मे तो कैसे कहे पास नहीं हो तुम..जब पास ही हो तो क्यों कहे,ख़ास नहीं हो तुम..हंस
दिए सोच कर तुझे..बात को घुमा देना तुम्ही से सीख रहे है हम..याद क्यों करे,जब याद ही हो गए हो
तुम..माशाअल्लाह..जवाब नहीं तेरा..कायल हो गए कब से तेरे..घायल हो गए सिरफिरी बातो से तेरे..
कुछ भी हो,बहुत ख़ास हो तुम..जिस ने बनाया तुम को,उस के शुक्रगुजार है हम..सब कुछ अब तुझी
से सीख कर,तेरे ही हो गए हम..
दिए सोच कर तुझे..बात को घुमा देना तुम्ही से सीख रहे है हम..याद क्यों करे,जब याद ही हो गए हो
तुम..माशाअल्लाह..जवाब नहीं तेरा..कायल हो गए कब से तेरे..घायल हो गए सिरफिरी बातो से तेरे..
कुछ भी हो,बहुत ख़ास हो तुम..जिस ने बनाया तुम को,उस के शुक्रगुजार है हम..सब कुछ अब तुझी
से सीख कर,तेरे ही हो गए हम..