हवस ही गर प्यार है तो यक़ीनन इस दुनिया मे बहुत प्यार है..इश्क गर रूह से है तो यक़ीनन यह
दौलत का भण्डार है..कितने होंगे जो सिर्फ रुहे-इश्क करते होंगे..अक्सर जिस्म की आड़ मे प्यार को
प्यार नाम दिया जाता है..आज तू है तो कल कोई और होगा,जिस्म की आग दहकने का नाम प्यार
होगा..प्यार सिर्फ एक एहसास है,जो जुड़ता है बस रूह से और सदियों रहता है सिर्फ उसी रूह से...
दौलत का भण्डार है..कितने होंगे जो सिर्फ रुहे-इश्क करते होंगे..अक्सर जिस्म की आड़ मे प्यार को
प्यार नाम दिया जाता है..आज तू है तो कल कोई और होगा,जिस्म की आग दहकने का नाम प्यार
होगा..प्यार सिर्फ एक एहसास है,जो जुड़ता है बस रूह से और सदियों रहता है सिर्फ उसी रूह से...