यकीन को डाला अपनी झोली मे और बची चंद सांसे के हवाले कर दिया..एक लम्बे वक़त के बाद मिला
कुछ ऐसा,जिस का आना हीरो का जगमगाना लगा..बहुत रंग देखे इस दुनिया के और फिर इसी दुनिया
से बेगाने से हो गए...बिखरते बिखरते इतना बिखरे कि यकीन को खुले आसमां के हवाले कर दिया..
फिर इक नगमा कुदरत ने ऐसा दिया,यकीन को डाला अपनी झोली मे और सांसो को इसी के हवाले
कर दिया..
कुछ ऐसा,जिस का आना हीरो का जगमगाना लगा..बहुत रंग देखे इस दुनिया के और फिर इसी दुनिया
से बेगाने से हो गए...बिखरते बिखरते इतना बिखरे कि यकीन को खुले आसमां के हवाले कर दिया..
फिर इक नगमा कुदरत ने ऐसा दिया,यकीन को डाला अपनी झोली मे और सांसो को इसी के हवाले
कर दिया..