सफर ज़िंदगी का बहुत लम्बा है...और तुझे बहुत आगे तक जाना है..मुकाम को पाने के लिए,कितनी
हदों को पार करना है..तेरे हर कदम पे हम अपनी पलकों को बिछाए गे..रास्ते तेरे लिए और भी आसान
हो जाए गे..गौर करना,जो निकलती है दुआ रूहे-अफ़सान से..वो कभी खाली नहीं जाती..उस को क़बूल
करने के लिए खुदा को भी अर्ज़ी मंजूर करनी होगी..जिस दुआ मे खोट नहीं,उस को वो मालिक भी
हिफाजत से रखता है..तेरे हर कदम पे अपनी शाही नज़र रखता है..
हदों को पार करना है..तेरे हर कदम पे हम अपनी पलकों को बिछाए गे..रास्ते तेरे लिए और भी आसान
हो जाए गे..गौर करना,जो निकलती है दुआ रूहे-अफ़सान से..वो कभी खाली नहीं जाती..उस को क़बूल
करने के लिए खुदा को भी अर्ज़ी मंजूर करनी होगी..जिस दुआ मे खोट नहीं,उस को वो मालिक भी
हिफाजत से रखता है..तेरे हर कदम पे अपनी शाही नज़र रखता है..