महकना और अपनी महक तुझ तक पहुँचाना..राह मे किसी को महक का एहसास ना होने देना..लबो
को बंद रखना,गुफ्तगू तभी करना जब तेरे इशारो को समझना..खामोशियां भी कभी कभी बहुत कुछ
कह जाती है..दिन ढले या महीनों,एहसास तेरे पास होने का हर दम दिलाती रहती है..टिक टिक घड़ी
की वक़्त को कहां से कहां ले जाती है,इस जन्म से उस जन्म तक सदियों मे पहुँचाती है..
को बंद रखना,गुफ्तगू तभी करना जब तेरे इशारो को समझना..खामोशियां भी कभी कभी बहुत कुछ
कह जाती है..दिन ढले या महीनों,एहसास तेरे पास होने का हर दम दिलाती रहती है..टिक टिक घड़ी
की वक़्त को कहां से कहां ले जाती है,इस जन्म से उस जन्म तक सदियों मे पहुँचाती है..