Friday, 21 June 2019

कुछ नहीं है पास मेरे,फिर भी लगता है सब कुछ है..नींद आँखों मे नहीं,पर सवेरा फिर भी प्यारा दिखता

है..रोज़ रोज़ मरते है,ज़िंदगी को फिर भी गले लगा लेते है..खवाहिशे दम तोड़ देती है कई बार,हसरते

फिर भी जन्म लेती रहती है..कुदरत देती रहती है इशारे जीने के,पर यह जो दिल है मौत का सौदा एक

दम कर लेता है..आंखे दमकती है किसी के प्यार मे,जुबां फिर भी खामोश रह जाती है..

दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का.... .....

 दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का,हम ने अपने लबो को सिल लिया...कुछ कहते नहीं अब इस ज़माने  से कि इन से कहने को अब बाकी रह क्या गया...नज़रे चु...