फिर से अजनबी होने के लिए जन्म तो लेना होगा..जब संभाले गे होश,तो फिर से इसी तरह जुड़ना
होगा..हीर-राँझा की कहानी हो या लैला-मजनू के किस्से..बहुत दूर है हमारी गाथा से..नायाब हीरे
को चुन के सारे कंकर राह से हटा दिए हम ने..साथ आखिरी साँस तक दे गे,यह वादा दे के कोई
एहसान नहीं किया हम ने...रिश्ते की बहुत नाज़ुक डोर है,जिसे अपने प्यार से कभी टूटने ना दे गे ..
होगा..हीर-राँझा की कहानी हो या लैला-मजनू के किस्से..बहुत दूर है हमारी गाथा से..नायाब हीरे
को चुन के सारे कंकर राह से हटा दिए हम ने..साथ आखिरी साँस तक दे गे,यह वादा दे के कोई
एहसान नहीं किया हम ने...रिश्ते की बहुत नाज़ुक डोर है,जिसे अपने प्यार से कभी टूटने ना दे गे ..