यह शुरुआत है या अंत है..मिलन का तोहफा है या जुदाई से पहले की घड़िया है..आंसू की पहचान कैसे
करे,जो बहते है उन की कीमत क्या है..कभी लगता है कि दे रहे है आवाज़,बेपनाह मुहब्बत आगे राहो
मे है..कभी डरा देते है,अंधेरो का खौफ आने को है..कभी होते है खुश तो कभी खुद मे सिमट जाते है..
अल्लाह मेरे ,देनी है गर जुदाई तो साँसों को भी ले लेना,खौफ अंधेरो का अब कभी ना देना...
करे,जो बहते है उन की कीमत क्या है..कभी लगता है कि दे रहे है आवाज़,बेपनाह मुहब्बत आगे राहो
मे है..कभी डरा देते है,अंधेरो का खौफ आने को है..कभी होते है खुश तो कभी खुद मे सिमट जाते है..
अल्लाह मेरे ,देनी है गर जुदाई तो साँसों को भी ले लेना,खौफ अंधेरो का अब कभी ना देना...