यह पन्नो की दुनियाँ खास बहुत हमारी है...डबडबाई आँखों से,कभी मुस्कुराती बातो से. यह सब कुछ
हम को कहती है..स्याही फैले जब जब इन पे,दर्द हमारा पी लेती है..खिलते मन से जो कुछ लिख दे,
साथ हमारा देती है..रिश्तो की दुनियाँ समझ ना पाए,कभी जिए कभी दिल से घबराए..कोई ना समझा
मन यह मेरा,हम ने सब कुछ इन पन्नो पे खोला..झूठे प्यार का लेखा-जोखा,पन्नो की क़ुरबानी का
मौका..सच्चा साथी है यह पन्ने,जब जी चाहे बाते कर लेते है इन से..
हम को कहती है..स्याही फैले जब जब इन पे,दर्द हमारा पी लेती है..खिलते मन से जो कुछ लिख दे,
साथ हमारा देती है..रिश्तो की दुनियाँ समझ ना पाए,कभी जिए कभी दिल से घबराए..कोई ना समझा
मन यह मेरा,हम ने सब कुछ इन पन्नो पे खोला..झूठे प्यार का लेखा-जोखा,पन्नो की क़ुरबानी का
मौका..सच्चा साथी है यह पन्ने,जब जी चाहे बाते कर लेते है इन से..