Sunday 2 June 2019

दोस्तों...मेरी हर रचना को पसंद करने के लिए आप  सभी का तहे-दिल से शुक्रिया...इस शायरा को,हौसला-आफ़जाई करते रहे,ताकि मैं बेहतर और बेहतर लफ्ज़ो को आप के लिए लिख सकू..शुक्रिया..शुक्रिया और शुक्रिया..आभार..

दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का.... .....

 दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का,हम ने अपने लबो को सिल लिया...कुछ कहते नहीं अब इस ज़माने  से कि इन से कहने को अब बाकी रह क्या गया...नज़रे चु...