छोटी सी बातो पे अक्सर सुबक कर रोने वाले.. इस दिल को आज खुद से जुदा करना पड़ा...जो समझ
ना पाए खुद के ही इशारे,उस नाचीज़ को अंदर किसी तहखाने मे गहराई तक छुपा दिया...फैसलों को
फिर दुबारा खुद से ना ले सके,धमका कर जलती आग मे झुलसा दिया...दिमाग की हमेशा सुनने के
लिए,इसी को खुद से जोड़ लिया...
ना पाए खुद के ही इशारे,उस नाचीज़ को अंदर किसी तहखाने मे गहराई तक छुपा दिया...फैसलों को
फिर दुबारा खुद से ना ले सके,धमका कर जलती आग मे झुलसा दिया...दिमाग की हमेशा सुनने के
लिए,इसी को खुद से जोड़ लिया...