Friday 21 June 2019

किसी ने आज दिया ऐसा एहसास कि यह ज़िंदगी लगी बहुत प्यारी प्यारी..हवा बहुत गर्म है मगर

ऐसा लगा बरखा बरसी है जम कर आज ..किसी ने फिर आज रूह मेरी को नज़दीक से छू लिया..

लगा ऐसे पत्थर को पिघला कर पारस कर दिया जैसे..नरम नरम सी दूब उस पे किसी ने,झरना

बहा दिया जैसे.. बहुत हलके से हो गए है, मोतियों मे तोल दिया हो किसी ने जैसे..

दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का.... .....

 दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का,हम ने अपने लबो को सिल लिया...कुछ कहते नहीं अब इस ज़माने  से कि इन से कहने को अब बाकी रह क्या गया...नज़रे चु...