Friday 20 December 2019

नींद को आने दीजिए अब अपनी आगोश मे,कल की सुबह बहुत खूबसूरत होने को है...रात को ना

बिताना तारो को गिनते गिनते,कल मुहब्बत की फ़रियाद पूरी होने को है...बेवजह उदासी को अपना

साथी ना बना,तेरा हमराज़ तेरे हर राज़ को सुने,यह भी होने को है...कुदरत बिछा रही है फूलो को तेरे

कदमो के तले,अब यह नज़ारा तुझे दिख जाए..यक़ीनन यह बहार बस आने को है..नींद को अब आने

दीजिए अपनी आगोश मे,बस नई सुबह आने आने को है...

दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का.... .....

 दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का,हम ने अपने लबो को सिल लिया...कुछ कहते नहीं अब इस ज़माने  से कि इन से कहने को अब बाकी रह क्या गया...नज़रे चु...