Thursday 12 December 2019

दो जोड़ी आँखों का हर जगह रहना..तुझे तो खबर ही नहीं,अपनी पलकों के आशियाने से तेरी हर बला

को टाल देना..रूहे-ताकत बहुत है हम मे..रेत मे भी जब चलते है हमारे कदम,वही रेत बिखरती है तेरी

राहो को सँवारने के लिए...हंस के ना टाल मेरी बात को,मेरी ख़ामोशी तक खुदा के दरबार तक जाती

है...वो जो कह दे दुनियाँ की भीड़ मे खो जा,उस का हुकम जो हो जाए हम तो अपनी साँसों को भी किसी

को दे जाए..यह ताकत भी उसी का वरदान है,जिस के कदमो मे हर पल हमारी पहचान है..

दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का.... .....

 दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का,हम ने अपने लबो को सिल लिया...कुछ कहते नहीं अब इस ज़माने  से कि इन से कहने को अब बाकी रह क्या गया...नज़रे चु...