बहुत ही खूबसूरत है यह फूलो की दुनियाँ..हज़ारो रंग हज़ारो रूप,महक हज़ारो भरी है इस मे..छूने
भर से महक जाते है हाथ..काश...दुनियाँ के इंसा भी ऐसे ही होते..खूबसूरत और दिल से महके..ना
देता कोई कष्ट किसी को ना देता अपमान..शायद किसी रोज़ बदल जाए इस दुनियाँ के इंसान,अंदर
से हो उतने ही सूंदर जितने दिखते बाहर से अनजान..बड़ी बड़ी बातो के मालिक,परखा तो दे गए
अपमान..शायद सतयुग फिर आ जाए और बदल जाए हर इंसान...
भर से महक जाते है हाथ..काश...दुनियाँ के इंसा भी ऐसे ही होते..खूबसूरत और दिल से महके..ना
देता कोई कष्ट किसी को ना देता अपमान..शायद किसी रोज़ बदल जाए इस दुनियाँ के इंसान,अंदर
से हो उतने ही सूंदर जितने दिखते बाहर से अनजान..बड़ी बड़ी बातो के मालिक,परखा तो दे गए
अपमान..शायद सतयुग फिर आ जाए और बदल जाए हर इंसान...