दर्द गुजर रहा है दर्द की इंतिहा से..और कमाल तो देखिए,दर्द ही निजात दे रहा है इस गहरे दर्द से..
दिल के किसी कोने मे रख दिया संभाल के,अब कोई ना दे पाए गा इस दर्द को किसी नए नाम से...
मुस्कुरा दिए दर्द की इस कहानी पे,आज तुम ने मजबूर कर दिया हम को फिर से मुस्कुराने पे..क्यों
रोए कि ज़िंदगी हमेशा तो नहीं मिलती..नियामतें जब साथ है परवरदिगार की,तो क्यों ना महके
बिन वजह बिन बात के...
दिल के किसी कोने मे रख दिया संभाल के,अब कोई ना दे पाए गा इस दर्द को किसी नए नाम से...
मुस्कुरा दिए दर्द की इस कहानी पे,आज तुम ने मजबूर कर दिया हम को फिर से मुस्कुराने पे..क्यों
रोए कि ज़िंदगी हमेशा तो नहीं मिलती..नियामतें जब साथ है परवरदिगार की,तो क्यों ना महके
बिन वजह बिन बात के...