यू तो तेरे हर रूप से वाकिफ है..पत्थर दिल है तू,इस की भी जानकारी है मुझे...हर छोटी बात पे बच्चे
की तरह रूठ जाना,इस अदा को भी जाना है मैंने...तंगहाल रहना मगर गरूर से भरे रहना,यह मुनासिब
नहीं तेरे लिए..प्यार की हर रीत को जाना होता,तो कभी-कभी ख्याल हमारा भी किया होता..खुद्दार तो
हम भी बहुत है,इस बार पहले तुझे ही झुकाए गे..गलती हर बार तूने ही की है,पहल बात करने की हम
ही करते आए है...मगर अब तेरे ही रंग मे रंगे है ऐसे,गरूर हम भी ऐसा लाए है की झुको गे अब तुम
ही पहले..हम तो तेरे कहने के मुताबिक ''आसमान से उतर कर आए है ''
की तरह रूठ जाना,इस अदा को भी जाना है मैंने...तंगहाल रहना मगर गरूर से भरे रहना,यह मुनासिब
नहीं तेरे लिए..प्यार की हर रीत को जाना होता,तो कभी-कभी ख्याल हमारा भी किया होता..खुद्दार तो
हम भी बहुत है,इस बार पहले तुझे ही झुकाए गे..गलती हर बार तूने ही की है,पहल बात करने की हम
ही करते आए है...मगर अब तेरे ही रंग मे रंगे है ऐसे,गरूर हम भी ऐसा लाए है की झुको गे अब तुम
ही पहले..हम तो तेरे कहने के मुताबिक ''आसमान से उतर कर आए है ''