सूरत खूबसूरत है या श्याम सूरत..प्यार का इस से क्या लेना क्या देना..ना उम्र ना बंधन ना जात-पात,
इन सब से मुहब्बत का नहीं कोई वास्ता..मन है निहायत खूबसूरत,तो ही रूहे फ़िदा हुआ करती है..
ख़ुशी से महक जाया करती है..तभी तो सदियों साथ रहा करती है..रूप बदल बदल हर जन्म मिला
करती है..यह जाने बगैर सूरत तेरी-मेरी हर बार क्या मायने रखती है..
इन सब से मुहब्बत का नहीं कोई वास्ता..मन है निहायत खूबसूरत,तो ही रूहे फ़िदा हुआ करती है..
ख़ुशी से महक जाया करती है..तभी तो सदियों साथ रहा करती है..रूप बदल बदल हर जन्म मिला
करती है..यह जाने बगैर सूरत तेरी-मेरी हर बार क्या मायने रखती है..